आपको मालूम है भूकंप आने के बाद कितनी तीव्रता पर गिरने लगती हैं बिल्डिंग? जानें

भूकंप आना एक प्राकृतिक कारण है. लेकिन कई बार तेज भूकंप आने के कारण जान-माल का नुकसान होता है.

दुनियाभर के अलग-अलग देशों में लगभग हर साल भूकंप आता है. भूकंप के तेज झटकों के कारण बड़ी-बड़ी बिल्डिंग भी जमींदोज हो जाती है. 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि कितनी तीव्रता का भूकंप आने पर बिल्डिंग गिरती हैं. अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं. 

बता दें कि जापान एक ऐसा देश है जहां सबसे अधिक भूकंप आता है. जापान में भूकंप आने के पीछे कई कारण है. 

अभी हाल ही में जापान में क्यूसू में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था. 

धरती पर 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इन प्लेटों के टकराने पर जो ऊर्जा निकलती है उसे भूकंप कहा जाता है. भूकंप की तीव्रता 1 से 9 के आधार पर मापा जाता है. 

अब सवाल ये है कि कितनी तीव्रता का भूकंप आने पर बिल्डिंग गिरने लगती हैं. 

जानकारी के मुताबिक रिक्टर स्केल पर 6 से 6.9 के बीच की तीव्रता वाला भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है. वहीं ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है. 

इसके अलावा रिक्टर स्केल पर 7 से 7.9 के बीच की तीव्रता वाला भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं. 8 से 8.9 का भूकंप आने पर सुनामी आने का खतरा बढ़ जाता है इससे इमारतों समेत बड़े पुल तक गिर सकते हैं. 

9 से अधिक तीव्रता पर भूकंप आने की तबाही माना जाता है. इस तीव्रता पर इंसान को धरती लहराते हुए दिखने लगेगी. इसके अलावा सुनामी आने से बड़ा जान-माल का नुकसान हो सकता है.