क्या आपको मालूम है बर्फ में कितने दिन तक जिंदा रह सकता है इंसान? यहां जान लीजिए
बता दें कि रूस के यकुशिया क्षेत्र में साइबेरिया का गांव ओएमयाकेन इस धरती की सबसे ठंडी जगह है.
यहां करीब 500 लोग रहते हैं. यहां पर तापमान -62 डिग्री तक पहुंच जाता है. इतने कम तापमान में भी लोग खुद को बचाकर रखते हैं.
ठंड में तापमान गिरने के बावजूद अगर आप खुद को सुरक्षित स्थान पर रखते हैं और गर्म कपड़े से शरीर के तापमान को बराबर रखते हैं, तो आप -50 डिग्री तक भी ठंड को झेल सकते हैं.
लेकिन अगर आप खुले बर्फ में लंबे समय तक हैं, तो -5 डिग्री के बाद ही शरीर की स्थिति खराब होनी शुरू हो जाती है.
इतना ही नहीं हाथ, पैर, बाजू और टांगों की ब्लड वेसल्स अकड़ने लगती हैं और फिर हमारे शरीर में मौजूद खून हमारी त्वचा को गर्मी देना बंद कर देता है.
इसकी वजह से शरीर पूरी तरह से ठंडा पड़ जाता है, इस दौरान शरीर का तापमान ठीक न होने के कारण मौत हो सकती है.
शरीर का तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है. अगर यह 30 डिग्री से नीचे गिरता है या 42 डिग्री से ऊपर जाता है, तो इंसान की मौत हो सकती है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि अगर अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंचता है, तो बेहोशी, चक्कर या घबराहट जैसी शिकायतों के चलते ब्लड प्रेशर कम हो सकता है.
वहीं अगर आप 48 से 50 डिग्री या उससे ज्यादा तापमान में बहुत देर तक रहते हैं, तो मांसपेशियां पूरी तरह जवाब दे सकती हैं और मौत भी हो सकती है.