क्या आप जानते हैं कि देश में कितनी जातियां हैं और किस जाति के कितने लोग हैं?
भारत की कुल आबादी अब 140 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है, लेकिन यहां 2011 के बाद से नई जनगणना नहीं हुई है
2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, भारत में अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) की कुल संख्या 16.6% और 8.6% थी.
देश में कुल जनसंख्या के प्रतिशत के आधार पर अनुसूचित जातियों की संख्या 20 करोड़ और अनुसूचित जनजातियों की संख्या 10 करोड़ के आस-पास थी.
जानकार कहते हैं कि देश में जातियों की संख्या और विविधता बहुत ज्यादा है, इसलिए यहां विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में जातियों की संख्या अलग-अलग हो सकती है.
एक सरकारी रिपोर्ट में बताया गया था कि मार्च 2023 तक 1,270 एससी, 748 एसटी जातियां हैं.
देश में 1931 में हुई पहली जनगणना में कुल जातियों की संख्या 4,147 थी, वहीं 2011 की जाति जनगणना के बाद देश में जातियों की संख्या 46 लाख से भी ज़्यादा पाई गई
देश में उत्तर प्रदेश, बिहार, और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों में जातियों और उपजातियों की संख्या काफी ज्यादा है, जहां हजारों जातियों के लोग रहते हैं
महजब, पंथ या सामुदायिक आधार पर आबादी को देखा जाए तो भारत हिंदू बहुल राष्ट्र है
2011 की जनगणना के अनुसार, देश की 121 करोड़ आबादी में 79.79% हिंदू, 14.22% मुस्लिम, 2.29% ईसाई, 1.72% सिख, 0.69% बौद्ध और 0.36% जैन थे