अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज यानी 20 जनवरी को दोपहर 12 बजे (भारत के समय के अनुसार रात 10.30 बजे) 47वें राष्ट्रपति के रूप में पद की शपथ लेंगे.

78 साल के ट्रंप अमेरिका के सबसे धनी नेताओं में शामिल हैं और एक बड़े बिजनेसमैन भी हैं. उनका कारोबार रियल एस्टेट से लेकर मीडिया उद्योग तक फैला हुआ है.

राष्ट्रपति बनने के बाद से उनकी संपत्ति में अत्यधिक वृद्धि हुई है. आपको बता दें डोनाल्ड ट्रंप की संपत्ति केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के विभिन्न देशों में भी फैली हुई है.

जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में भी ट्रंप के पास आलीशान बंगले से लेकर टावर तक हैं. यहां भी उनका बड़ा बिजनेस फैला हुआ है, जो मुंबई, पुणे, गुरुग्राम और कोलकाता जैसे शहरों में है.

बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप की संपत्ति में बीते सोमवार को 865 मिलियन डॉलर (करीब 7,100 करोड़ रुपये) से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है.

कुछ सालों में अमेरिका के बाद भारत में ट्रंप टावर्स की संख्या सबसे ज्यादा हो जाएगी. आज के समय में मुंबई, पुणे, गुरुग्राम और कोलकाता में चार ट्रंप टावर्स हैं. वहीं अगले 6 वर्षों में इनकी संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी.

नए प्रोजेक्ट्स में नोएडा, हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे जैसे प्रमुख शहरों में हाई-राइज टावर्स, ऑफिस बिल्डिंग्स, विला और गोल्फ कोर्स शामिल होंगे.

'दि ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन', भारत में लोढा ग्रुप, पंचशील रियल्टी, एम3एम, ट्रिबेका, यूनिमार्क और आइरियो संग मिलकर रियल एस्टेट बिजनेस करती है.

वर्तमान में भारत के चार ट्रंप टावर्स लगभग 30 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में फैले हुए हैं, जिसमें 800 लक्ज़री रेजिडेंशियल फ्लैट्स हैं. इनकी कीमत 6 करोड़ रुपये से 25 करोड़ रुपये तक है

रिपोर्ट्स के अनुसार, पुणे स्थित पंचशील ट्रंप टावर में फ्लैट की कीमत करीब 12 करोड़ रुपये से शुरू होती है और 17 करोड़ रुपये तक जाती है.

वहीं, दिल्ली के पास गुरुग्राम में ट्रिबेका ट्रंप टावर, जो सेक्टर 65 में स्थित है, में फ्लैट की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये से लेकर 18 करोड़ रुपये तक है.

कोलकाता में ट्रंप टावर यूनिमार्क ग्रुप, RDB ग्रुप और ट्रिबेका डिवेलपर्स के साथ मिलकर काम कर रही है, और यहां फ्लैट की कीमत करीब 5 करोड़ रुपये से शुरू होती है.

मुंबई के ट्रंप टावर में फ्लैट की कीमत 9 करोड़ रुपये से शुरू होकर 23 करोड़ रुपये तक जाती है.

आपको बता दें भारत में ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने पहली बार 2013 में कदम रखा था, और पिछले 11 वर्षों में इसका कारोबार कई प्रमुख शहरों में फैल चुका है.