आपको मालूम है एक वंदे भारत ट्रेन चलाने में कितना आता है सरकार का खर्चा? जानें
वंदे भारत ट्रेन भारत की तेज रफ्तार प्रीमियम ट्रेन है, जिसका निर्माण चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में मेक इन इंडिया योजना के तहत किया जाता है.
एक वंदे भारत ट्रेन के निर्माण में लगभग 130 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. ट्रेन का संचालन करने में भी सरकार को भारी खर्चा आता है.
वंदे भारत ट्रेन इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलती है, जिसमें 1 किलोमीटर के सफर पर लगभग 2000 से 2500 रुपये खर्च होते हैं.
अगर ट्रेन 500 किलोमीटर का सफर तय करती है, तो बिजली का खर्च 10 से 12 लाख रुपये तक होता है.
इसके अलावा ट्रेन चलाने के लिए स्टाफ की सैलरी और प्रबंधन पर हर साल 2-3 करोड़ रुपये का खर्च आता है.
वंदे भारत ट्रेन के रखरखाव पर सालाना 10 से 12 करोड़ रुपये खर्च होते हैं, जिसमें सफाई, मरम्मत और तकनीकी अपग्रेडेशन शामिल हैं.
इन ट्रेनों में प्रीमियम सुविधाएं होती हैं, जिससे सामान्य ट्रेनों की तुलना में ज्यादा खर्च होता है. हालांकि, वंदे भारत ट्रेन से रेलवे को अच्छा Revenue मिलता है.
ट्रेन की सीटें लगभग 92% बुक होती हैं, जिससे रेलवे को अधिक आमदनी होती है. हालांकि, रेलवे इस ट्रेन से मिलने वाले Revenue की आधिकारिक जानकारी नहीं देता है.
इस प्रकार, वंदे भारत ट्रेन का परिचालन और रखरखाव महंगा होता है, लेकिन इसके संचालन से रेलवे को अच्छा लाभ भी होता है.