आपको मालूम है जंगलों में आग को कैसे बुझाया जाता है? जानें कितना लगता है वक्त

अमेरिका के सबसे ज्यादा आबादी वाले काउंटी लॉस एंजिल्स के जंगलों में लगी आग लगातार बढ़ती जा रही है. बता दें तेज हवा के कारण इस आग ने अब और भायनक रूप ले लिया है. 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि जंगलों में लगने वाली आग को कैसे बुझाया जाता है और उस पर कैसे काबू पाया जाता है. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे. 

अमेरिका के लॉस एंजिल्स के जंगलों में लगी आग ने एक बड़ी आबादी को प्रभावित किया है. 

इस आग को बुझाने के लिए अमेरिकी प्रशासन लगातार काम कर रही है, लेकिन अब तक इस पर काबू नहीं पाया गया है. 

लॉस एंजिल्स पर जारी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लगभग 92,000 लोगों को वहां से निकाला गया है. वहीं लॉस एंजिल्स के जंगल की आग के कारण 25 लोगों की मौत हो गई है, और अन्य 89,000 लोगों को निकासी की चेतावनी दी गई है. 

बता दें कि सूखे की स्थिति और तेज़ हवाओं के कारण लॉस एंजिल्स काउंटी में भीषण जंगल की आग ने 40,500 एकड़ से अधिक भूमि जल चुकी है.

भारत में भी गर्मियों के समय जंगलों में आग लगने के घटनाएं लगातार होती हैं. इन आग को बुझाने के लिए फायर स्टेशन से लेकर सेना तक काम करती है. 

बता दें कि जंगलों में खुली हवा और सूखे पेड़-पत्तियों की वजह से आग तेजी से फैलती जाती है. इस कारण फैलती आग को बुझाना एक बड़ा जोखिमभरा काम होता है. 

सेना बीते कुछ सालों से जंगलों में आग बुझाने के लिए सबसे ज्यादा बंबी बकेट का इस्तेमाल करती है. 

बता दें कि बंबी बकेट की खास विशेषता ये है कि इसे जल्दी और आसानी से भरा जा सकता है. इस बाल्टी को झीलों और नदियों समेत विभिन्न स्रोतों से भरा जा सकता है. 

जानकारी के मुताबिक बांबी बाल्टी विभिन्न आकारों और मॉडलों में उपलब्ध है, जिसकी क्षमता 270 लीटर से लेकर 9,840 लीटर से अधिक होती है.

इसके अलावा अगर संभव होता है तो आग बुझाने से पहले सेना और फायर फाइटर्स जंगल के बीच के क्षेत्र में कटाई करते हैं, जिससे आग आगे की तरफ ना बढ़े. 

इससे क्या होता है कि जब आग आगे की तरफ बढ़ती है, तो उन्हें दूसरे पेड़ पौधे नहीं मिलते हैं, जिस कारण आग पर काबू पाने की कोशिश की जाती है.