क्या आपको मालूम है तेज आवाज से भी हो सकती हैं ये बीमारियां, जानें कैसे?

तेज आवाज लगातार सुनने से कान की परत क्षतिग्रस्त हो सकती है, जिससे सुनने की क्षमता कम हो सकती है या पूरी तरह से खो सकती है.

यह समस्या विशेष रूप से युवाओं में तेजी से बढ़ रही है, जो हाई वॉल्यूम पर म्यूजिक सुनते हैं.

साथ ही तेज आवाज नींद को बाधित करती है, जिससे थकान, चिड़चिड़ापन और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती.

साथ ही कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि लंबे समय तक तेज आवाज के संपर्क में रहने से उच्च रक्तचाप, दिल की धड़कन बढ़ना और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है.

तेज आवाज तनाव और चिंता के स्तर को भी बढ़ा सकती है. यह अवसाद और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकती है.

इसके अलावा तेज आवाज के कारण हम दूसरों की बात स्पष्ट रूप से नहीं सुन पाते हैं, जिससे संचार में बाधा उत्पन्न होती है. बता दें कि शहरी क्षेत्रों में शोर प्रदूषण एक गंभीर समस्या है.

यहां यातायात, निर्माण कार्य, उद्योग और अन्य मानवीय कार्यों से निकलने वाली आवाज लगातार हमारे कानों को परेशान करती रहती है.

शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को शोर प्रदूषण से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा ज्यादा होता है.