विभाग का दावा है कि जब लंबे समय के बाद मानसून सामान्य हालात में लौटता है तब बिजली गिरने की घटनाएं ज्यादा होती हैं. आखिर कहां से आती है यह बिजली, कैसे गिरती है आइए समझते हैं.
इससे बिजली बनती है, जब यह प्रक्रिया ज्यादा लंबी हो जाती है या ज्यादा देर तक होती है तो यह बिजली धरती तक पहुंच जाती है, जिसे बिजली गिरना कहते हैं.
बिजली जब जमीन पर गिरती है तो उसका तापमान बहुत ज्यादा होता है, आसमान से धरती तक का बिजली जो रास्ता तय करती है वह बहुत गर्म हो जाता है, इससे हवा सिकुड़ती है और धमाके के साथ फट जाती है.
आपको बता दें बिजली के तीन चरण होते हैं, पहला चमकना, दूसरा कड़कना और तीसरा गिरना. साइंस के नजरिए से देखें तो बादलों में बिजली बनना और गिरना स्टेटिक चार्ज से होता है.