क्या आप जानते हैं वाराणसी की ये खास बातें? वहां जाने से पहले जरूर जान लीजिए
वाराणसी, जिसे काशी भी कहा जाता है, भारत के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है. यहां कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हैं जो आपके यात्रा को अविस्मरणीय (Unforgettable) बना सकते हैं.
काशी विश्वनाथ मंदिर: यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. मंदिर का वर्तमान ढांचा इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने 1777 में बनवाया था.
आपको बता दें सुरक्षा कारणों से यहां कैमरा, मोबाइल फोन और अन्य धातु की वस्तुएं ले जाने की अनुमति नहीं है.
संकट मोचन मंदिर: यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है. इसे गोस्वामी तुलसीदास ने बनवाया था. यहां हर समय हनुमान चालिसा का पाठ होता है और मंदिर में बंदरों की बड़ी संख्या है, इसलिए खाने-पीने की चीजें छिपाकर रखें.
अस्सी घाट: यह घाट काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर दूर है और यहां गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना की थी. यहां सुबह 5:30 बजे गंगा आरती होती है और इसके बाद योग कैंप भी आयोजित होते हैं.
मणिकर्णिका घाट: यह घाट मैनली, दाह संस्कार के लिए प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि यहां दाह संस्कार से मोक्ष प्राप्त होता है. यह घाट 24 घंटे जलती चिताओं के लिए जाना जाता है.
सारनाथ: वाराणसी कैंट स्टेशन से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित सारनाथ वह स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने अपने 5 शिष्यों को ज्ञान दिया था. यहां धर्मराजिका स्तूप और सम्राट अशोक द्वारा बनवाए गए स्तंभ हैं.
नया विश्वनाथ मंदिर: यह मंदिर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के परिसर में स्थित है. इसे बिड़ला समूह ने बनवाया है और इसकी संरचना काशी विश्वनाथ मंदिर के आधार पर की गई है.
इस मंदिर में 7 अलग-अलग मंदिरों का समावेश है, जिनमें भगवान शिव, देवी दुर्गा और लक्ष्मी नारायण की मूर्तियां स्थापित हैं.