आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि एक वक्त ऐसा भी था, जब भारत के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, राजा राममोहन राय ने इन्हीं मदरसों से अपनी शुरुआती शिक्षा हासिल की थी.
रिपोर्ट के अनुसार भारत में पहला मदरसा 1191-92 ई. में अजमेर में खोला गया था. उस समय मोहम्मद गौरी का शासन हुआ करता था. हालांकि UNESCO बताता है कि भारत में 13वीं शताब्दी में भारत में मदरसों की शुरुआत हुई.
अंग्रेजों ने मदरसों पर नियंत्रण स्थापित किया और उन्हें ‘ओरिएंटल कॉलेज’ में बदल दिया, जहां फारसी और अरबी भाषाओं के साथ-साथ कानून और राजनीति भी पढ़ाई जाती थी.