क्या आप जानते हैं कहां से आता है सांप के अंदर इतना जहर और कहां करता है स्टोर?
bbcsciencefocus के मुताबिक सांप का जहर दरअसल उसके लार वाली ग्रंथियों से ही विकसित हुआ है. आम तौर पर लार खाना चबाने में मदद करने वाले एंजाइम से भरा होता है.
हालांकि सांपों ने धीरे-धीरे अपने लार में ऐसे जहरीले एंजाइम विकसित कर लिए जो शिकार को पकड़ने में कारगर साबित हुए.
बैंगोर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने किंग कोबरा के पूरे जीनोम का अध्ययन किया. पाया कि उनके जहर में पाए जाने वाले जहरीले तत्व सामान्य प्रोटीन से थोड़े ही भिन्न हैं.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक जैसे-जैसे शिकार ने सांप के जहर से बचने की क्षमता विकसित की या इम्यून हुए, सांपों के अंदर पाया जाने वाला विष भी डेवप हुआ.
अब उनके जहर में 50 से 100 तरह के अलग-अलग प्रोटीन का खतरनाक मिश्रण होता है. जिसमें पॉलीपेप्टाइड्स जैसे एसिड भी शामिल हैं.
जहरीले सांपों के जबड़े के ऊपरी हिस्से में दोनों तरफ एक-एक विष ग्रंथियां होती हैं. इन्हीं विष ग्रंथियों से विष सर्प के जबड़े में आता है.
जब सांप किसी इंसान या शिकार को काटता है तो विषदंत के जरिये जहर उसके शरीर में छोड़ देता है. प्रजाति के अनुसार सांप में ग्रंथियों का आकार अलग-अलग होता है.