मालूम है सबसे पहले ईद का चांद कहां निकलता है और किस देश में होता है सबसे बड़ा जश्न?
रमजान का पाक महीना खत्म हो रहा है. अब रोजेदारों की नजर आसमान की ओर है. आसमान में चांद नजर आते ही मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार ईद मनाई जाएगी.
हालांकि, ईद कब मनाई जाएगी, यह चांद के दीदार पर निर्भर करता है. ईद का चांद जब भी दिखता है, उसके अगले दिन ईद मनाई जाती है.
ईद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़े पहनते हैं और घर पर सेवईं व अन्य पकवान बनाते हैं. कहते हैं कि रमजान के कठिन रोजों के बाद यह दिन अल्लाह की तरफ से इनाम के तौर पर दिया जाता है.
ईद का त्योहार आते ही बाजार गुलजार हो जाते हैं और मुस्लिम समुदाय के घरों पर भी कई तैयारियां होती हैं.
लेकिन सभी के मन में सवाल होता है कि ईद का चांद सबसे पहले कहां दिखाई देता है, यह कैसे तय होता है कि ईद कब मनाई जाएगी. आज हम ऐसे ही सवालों के जवाब जानेंगे.
रमजान के बाद ईद की तारीख को लेकर हर बार बहस होती है और सभी देशों की मुस्लिम कमेटियों के अपने-अपने तर्क होते हैं.
हालांकि, भौगोलिक परिस्थितियों के कारण रमजान के पाक महीने के बाद सबसे पहले चांद का दीदार सऊदी अरब में होता है.
ऐसे में ईद कब होगी, यह फैसला सऊदी अरब में ईद मनाने के फैसले पर ही होता है. कई मुस्लिम देशों में सऊदी अरब की तय की हुई तारीख पर ही ईद मनाते हैं.
सऊदी अरब में ईद के अगले दिन भारत-बांग्लादेश जैसे देशों में ईद मनाई जाती है. हालांकि, शिया आबादी वाले बहुत से देश ईरान में ईद की तारीख की घोषणा सरकार की ओर से की जाती है.
ईद मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. ऐसे में मुस्लिम देशों में इस त्योहार की रौनक देखने वाली होती है.
माना जाता है कि सऊदी अरब जैसे देशों में सबसे बड़ा ईद का जश्न होता है. इस बार ईद की तारीखों की बात करें तो भारत में रमजान की शुरुआत 2 मार्च से हो गई थी.
ऐसे में यहां ईद 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाई जा सकती है. वहीं, सऊदी अरब में रमजान की शुरुआत 1 मार्च को ही हो गई थी. ऐसे में यहां 30 या 31 मार्च को ईद मनाई जा सकती है.