आपको मालूम है कहां पैदा हुआ है पहला जेन बीटा? जानें क्यों रखा गया ये नाम

भारत में पहला जेनरेशन बीटा बच्चा मिजोरम राज्य में 1 जनवरी 2025 को जन्मा. इस बच्चे का नाम फ्रैंकी रखा गया है और यह जेड्डी रेमरुअत्संगा और रामजिरमावी के घर हुआ है.

ये बच्चा रात 12:03 बजे पैदा हुआ और अब यह जेनरेशन बीटा का पहला बच्चा बन गया है. जेनरेशन बीटा का नाम क्यों रखा गया, यह भी एक दिलचस्प सवाल है. आइए इसके बारे में जानते हैं.

दरअसल, जेनरेशन के नाम समय के सामाजिक और तकनीकी परिवर्तनों के आधार पर तय किए गए हैं.

जेनरेशन Z (जेन जी) का नाम उस दौर में रखा गया जब इंटरनेट और कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ी.

अब जेनरेशन बीटा में ऐसे बच्चे पैदा होंगे जो पूरी तरह से डिजिटल दुनिया के साथ जुड़ी हुई सुविधाओं में पलेंगे.

इस पीढ़ी को इंटरनेट के जरिए हर चीज प्राप्त होगी, जैसे खाना मंगवाना, शॉपिंग करना और अन्य सेवाएं बिना बाहर जाए.

सामाजिक विज्ञानी मार्क मैक्रिंडल ने सबसे पहले इस टर्म को कॉइन किया था.

आमतौर पर जेनरेशन 20 साल में बदलती है, लेकिन इस बार जेनरेशन Z से जेनरेशन बीटा में महज 11 साल का अंतर आया है.

इससे पहले 2013 से लेकर 2024 तक के बच्चों को जेनरेशन अल्फा कहा गया था. अब 2025 से पैदा होने वाले बच्चों को जेनरेशन बीटा के रूप में पहचाना जाएगा.