क्या आप जानते हैं कहां पर है दुनिया का सबसे पुराना मंदिर? यहां पर जानें

ऐसा कहा जाता है कि बिहार में दुनिया का सबसे कार्यरत प्राचीन मुंडेश्वरी मंदिर है. आइए इस प्राचीन मंदिर के बारे में जानते हैं

माता मुंडेश्वरी का मंदिर बिहार के जिला कैमूर में मुंडेश्वरी पहाड़ी पर 608 फीट की ऊँचाई पर स्थित है.

इस मंदिर को शिव-शक्ति मंदिर भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें माता शक्ति के अलावा भगवान शिव का अनोखा शिवलिंग है.

मुंडेश्वरी मंदिर 51 शक्तिपीठों में शामिल है और दुनिया का सबसे कार्यरत प्राचीनतम मंदिर नाम इसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान ने दिया है.

मंदिर में मिले एक शिलालेख में कहा गया है कि सन 389 ईस्वी (उत्तर गुप्तकालीन) में भी यह मंदिर मौजूद था. इस मंदिर में कई शिलालेख ब्राह्मी लिपि में लिखे हैं.

वहीं प्राचीन कहानियों में कहा जाता है कि शुंभ और निशुंभ दानव के सेनापति चंड और मुंड थे. ये दोनों असुर इलाके में लोगों को प्रताड़ित करते थे.

इसके बाद लोगों ने माता शक्ति से प्रार्थना की और उनकी पुकार सुनकर माता भवानी पृथ्वी पर आकर इनका वध किया था. देवी से युद्ध करते हुए मुंड इस पहाड़ी पर छिप गया था,

लेकिन माता ने उस पहाड़ी पड़ पहुंचकर उसका वध कर दिया था. इसलिए उनका नाम मुंडेश्वरी माता पड़ा था.

यहां माता मुंडेश्वरी प्राचीन प्रत्थरों की आकृति में वाराही के रूप में मौजूद हैं और उनका वाहन महिष है.