क्या आपको मालूम है क्यों आते हैं मिर्गी के दौरे? यहां पर जानें

मिर्गी एक क्रोनिक ब्रेन डिजीज है, जिसमें मरीज को बार-बार दौरे पड़ते हैं, जिससे उनकी जीवनशैली पर गहरा असर पड़ता है.

यह बीमारी दुनियाभर में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रभावित करती है.

मिर्गी (एपिलेप्सी क्रोनिक ब्रेन डिजीज) के दौरे पड़ने के कारणों में जन्म के दौरान कठिनाई, दिमागी संक्रमण, सिर पर चोट, तेज बुखार, और शरीर में ग्लूकोज की कमी शामिल हो सकते हैं.

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, मिर्गी जेनेटिक भी हो सकती है.

यदि परिवार में किसी को ये समस्या है तो इसकी संभावना बढ़ जाती है. मिर्गी के इलाज में समय पर दवा लेना आवश्यक है.

डॉक्टर की सलाह से दी गई दवाएं कई सालों तक नियमित रूप से चलती हैं, भले ही दौरा बंद हो गया हो.

दौरा पड़ने पर मरीज को टाइट पकड़ना या पानी पिलाना नहीं चाहिए.

मरीज को तकिये के सहारे लिटा देना चाहिए, क्योंकि ये दौरा सामान्यतः 1-2 मिनट में थम जाता है.