आप जानते हैं घने कोहरे की वजह से क्यों होती हैं फ्लाइट्स डिले या कैंसिल? जानें

घने कोहरे की वजह से फ्लाइट्स के डिले या कैंसिल होने का मुख्य कारण विजिबिलिटी का कम होना है.

पायलट फ्लाइट्स को एयर ट्रैफिक कंट्रोल और नक्शों के माध्यम से निर्देशित करते हैं, लेकिन कोहरे के दौरान विजिबिलिटी बेहद कम हो जाती है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, कोहरे के कारण एयरपोर्ट पर 600 मीटर तक विजिबिलिटी घट सकती है, जिससे फ्लाइट्स का संचालन (Operation) कठिन हो जाता है.

विशेषज्ञों के मुताबिक, कोहरे में सबसे बड़ी चुनौती टेक ऑफ या लैंडिंग नहीं, बल्कि रनवे पर फ्लाइट को टैक्सीइंग कराना होती है.

फ्लाइट के सुरक्षित संचालन के लिए पायलट को न्यूनतम विजिबिलिटी की आवश्यकता होती है, ताकि वह रनवे के प्वाइंट्स को देख सके.

जब ये criteria पूरा होते हैं, तो फ्लाइट टेक ऑफ कर सकती है.

लैंडिंग के समय, फ्लाइट की स्पीड 800 से 900 किलोमीटर प्रति घंटा होती है और पायलट के लिए लैंडिंग में न्यूनतम 550 मीटर विजिबिलिटी जरूरी होती है.

जब विजिबिलिटी शून्य हो जाती है, तो फ्लाइट्स में देरी होती है और कई बार उन्हें कैंसिल भी किया जाता है. यही कारण है कि कोहरे के दौरान फ्लाइट्स अक्सर प्रभावित होती हैं.