आपको मालूम है क्यों जरुरी होता है मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना? यहां जानें इसकी वजह

मैरिज सर्टिफिकेट या विवाह प्रमाण पत्र एक जरुरी कानूनी दस्तावेज है, जो किसी विवाह को आधिकारिक रूप से मान्यता प्रदान करता है.

यह प्रमाण पत्र ये तय करता है कि दो व्यक्तियों ने कानूनी रूप से शादी की है और उनका विवाह वैध (valid) है.

यह दस्तावेज भारतीय कानून के तहत महत्वपूर्ण माना जाता है और कई व्यक्तिगत और कानूनी मामलों में इसकी आवश्यकता होती है.

मैरिज सर्टिफिकेट विवाह के वैध होने का प्रमाण होता है और इसे सरकारी अधिकारी द्वारा जारी किया जाता है. यह प्रमाण पत्र किसी कोर्ट, मंदिर, चर्च या मस्जिद में हुई शादी को प्रमाणित करता है.

विवाह के संबंध में यदि कोई कानूनी विवाद उत्पन्न होता है, तो यह दस्तावेज मददगार साबित हो सकता है. इसके अलावा, ये संपत्ति, धन और अन्य कानूनी अधिकारों की रक्षा में भी अहम भूमिका निभाता है.

यदि पति या पत्नी की मृत्यु हो जाती है, तो यह प्रमाण पत्र यह साबित करता है कि दोनों वैध रूप से विवाहित थे, जिससे संपत्ति का अधिकार सुरक्षित रहता है.

इसके बिना, पत्नी को पति की संपत्ति पर दावा करने में कठिनाई हो सकती है.

मैरिज सर्टिफिकेट का उपयोग कई अन्य कार्यों में भी किया जाता है, जैसे पासपोर्ट या वीजा के लिए आवेदन करना, बच्चों का जन्म प्रमाणपत्र बनवाना और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना.

इन कार्यों के लिए विवाह प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है और इसके बिना ये कार्य नहीं किए जा सकते.