क्या आप जानते हैं आखिर क्यों कहा जाता है 'बाबा आदम के जमाने से हो क्या'? जानें
"बाबा आदम का जमाना" एक पुरानी हिंदी कहावत है, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर किसी चीज, विचार या तरीका को पुराना और अप्रचलित बताने के लिए किया जाता है.
जब कोई व्यक्ति पुराने तरीके से काम करता है या पुराने विचारों में जकड़ा होता है, तो उसे यह कहा जाता है, "तुम तो बाबा आदम के जमाने से हो.”
लेकिन इसे समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि "बाबा आदम" कौन हैं.
आमतौर पर यह नाम आदम से जुड़ा हुआ है, जो विभिन्न धार्मिक परंपराओं में पहले इंसान माने जाते हैं.
खासतौर पर इस्लाम, ईसाई धर्म, और यहूदी धर्म में आदम को पृथ्वी पर पहले इंसान के रूप में प्रस्तुत किया गया है. इन धार्मिक मान्यताओं में आदम को मानवता के पिता के रूप में देखा जाता है.
जैसा कि बताया गया है कि अलग-अलग धर्मों में बाबा आदम का जमाना अलग-अलग बताया गया है.
इस लिहाज से देखा जाए तो बाबा आदम दुनिया के पहले व्यक्ति थे और अब 21वीं सदी चल रही है.
ऐसे में जब भी कोई पुराने समय की बात करता है या किस्से सुनाता है तो उसे यही कहकर चिढ़ाया जाता है कि तुम बाबा आदम के जमाने के हो क्या.
ये कहावत कब से प्रचलन में आई इसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, हालांकि अब ये हर शख्स की जुबां पर चढ़ चुकी है.