क्या आपको मालूम है कोलकाता पुलिस सफेद वर्दी क्यों पहनती है? यहां जानें 

कोलकाता एक तटीय स्थान है जहां साल भर उच्च गर्मी और आर्द्रता रहती है. सफेद रंग गर्मी अवशोषण को कम करने में मदद करता है.

सूर्य के प्रकाश को रिफलेक्ट भी करता है, जिससे अधिकारियों को गर्म जलवायु में ठंडा रखा जाता है, यह वैसा ही है जैसे भारतीय नौसेना भी सफेद वर्दी पहनती है.

कोलकाता पुलिस की सफेद वर्दी की उत्पत्ति ब्रिटिश शासन के तहत शहर की जलवायु के लिए एक व्यावहारिक विकल्प के रूप में हुई थी

1947 में भारत की आजादी के बाद भी कोलकाता पुलिस ने पारंपरिक सफेद वर्दी बरकरार रखी.

पश्चिम बंगाल राज्य पुलिस ने खाकी वर्दी अपनाई, लेकिन कोलकाता मेट्रोपॉलिटन पुलिस और बंगाल में कुछ अन्य क्षेत्रीय बलों ने सफेद वर्दी पहनना जारी रखा.

सफेद वर्दी का एक मौजूदा औचित्य यह है कि यह कोलकाता पुलिस अधिकारियों को राज्य पुलिस बल से अलग करने में मदद करती है.

सफेद वर्दी से यह पहचानना आसान हो जाता है कि कौन सी पुलिस कोलकाता-हावड़ा कमिश्नरेट बनाम पश्चिम बंगाल राज्य पुलिस की है.

कोलकाता पुलिस के हिस्से बस कोलकाता महानगर की देख-रेख का जिम्मा है.

वह केवल यही काम करती है जबकि कोलकाता के अगल बगल बन गए सब सिटी का जिम्मा राज्य की पुलिस उठाती है.

तो ये वजह है कि कोलकाता की पुलिस की वर्दी का रंग 150 सालों से कहीं ज्यादा समय से सफेद बना हुआ है. हालांकि आजादी के बाद देश की अन्य सभी पुलिस की यूनिफॉर्म खाकी हो चुकी है.