वैसे तो ब्रह्मांड में बड़े और बौने दोनों तरह के तारे मौजूद हैं. कुछ तारे आकार में बड़े हैं और पृथ्वी से नजदीक हैं, लेकिन कई पृथ्वी से बहुत दूर हैं.
दरअसल, तारकीय दुनिया में उनके रोशन होने की कहानी कई चीजों पर आधारित होती है. जैसे- उनका प्रकार, बनावट, ऊर्जा, दूरी का प्रभाव, गैस और धूल का प्रभाव इत्यादि.
तारों को मुख्य रूप से उनके तापमान, रंग और चमक के आधार पर बांटा जाता है जिसमें O, B, A, F, G, K, M श्रेणी के तारे शामिल होते हैं.
O श्रेणी के नीले तारे बेहद गर्म होते हैं और भारी मात्रा में ऊर्जा बनाने की वजह से बेहद चमकीले होते हैं, जबकि M टाइप का लाल तारा ठंडा होता है और उसकी चमक भी कम होती है.