क्या मरने के बाद भी 3 दिन तक जिंदा रहता है इंसान? जानें क्या है सच...
डाक्टर्स एवं वैज्ञानिको के अनुसार धड़कन बंद हो जाने के साथ हमारी जो प्राण शक्ति होती है वो काफी हद तक तो शरीर से बाहर निकल जाती है, लेकिन पूरी तरह से बाहर नहीं निकलती है
जो हमारा केन्द्रीय प्राण होता है वो तो बाहर निकल जाता है लेकिन हमारा शरीर जो कि कोशिकाओं से बना हुआ है
उसकी कोशिकाओं में कुछ प्राण ऊर्जा बनी ही रहती है, जिसे निकलने में 72 घंटे यानी की तीन दिन का समय लगता है
तो इंसान मरने के बाद तीन दिन के बाद ही पूरी तरह से मृत घोषित किया जा सकता है
ये तो आप सभी जानते हैं कि एकाएक ही किसी मनुष्य के प्राण निकलते हैं लेकिन हमारी कोशिकाओं से ऊर्जा धीरे-धीरे निकलती है
यही वजह है कि कई बार मरने के बाद मृतक को चिता पर लिटा दिया जाता है, लेकिन उसके बाद भी वो जीवित हो जाता है यानी की उसकी ऊर्जा वापस लौट आती है
ऐसा भी मुमकिन है कि ये ऊर्जा एक ही झटके के लिए वापिस आए और उसके बाद फिर वापस चली जाएं तो वहीं ये भी मुमकिन है कि वे कई वर्षो तक जीवित रहे
अगर इस बात को धार्मिक आधार पर समझा जाए तो धार्मिक विचार धाराओं के अनुसार आत्मा जो शरीर का अस्तित्व होती है जो हमारा प्राण होता है,
वो शरीर का मोह नहीं त्याग पाती इसलिए शरीर से बाहर निकलने के बाद भी कुछ समय तक वो वही भटकती रहती है
जब तक कि शरीर नष्ट ना हो जाए इसलिए शरीर का दाह- संस्कार करने की प्रथा है