एक श्राप से इस गांव के 150 बाराती बन गए थे पत्थर, कारण जान हो जाएंगे हैरान
बरतिया भाटा गांव के इतिहास में एक बेहद रोमांचक और विचित्र घटना दरसाई जाती है, जिसने गांव के रूप में एक अनूठी पहचान बनाई
जनश्रुति के अनुसार, कई सौ वर्ष पहले, यहां एक राजा की बारात गुज़री थी.
बारात ने एक कुटिया के पास एक तपस्वी को देखा, जो अपने चारों ओर साफ-सफाई और शांति में जीवन व्यतीत कर रहा था
बारातियों ने तपस्वी की कुटिया के पास बकरे की बलि देने का निर्णय किया, लेकिन बलि के लिए चुनी गई जगह पर रक्त से रंजित ज़मीन देखकर तपस्वी को बहुत गुस्सा आया
उन्होंने बारातियों पर तुरंत श्राप दिया कि वे सभी पत्थर बन जाएं और उनके साथ-साथ सभी जानवर और सामान भी पत्थर में बदल जाएं
उस दिन से बरतिया भाटा गांव में यह अजीबोगरीब घटना हुई, और गांव का नाम ‘बरतिया भाटा’ पड़ गया
पुरातत्वविद विभाग ने इस इलाके की जांच की और यहां कई ऐतिहासिक खंडहर खोजे गए, जिनमें विभिन्न सामान और हथियार भी शामिल हैं
वहीं इसे आदिवासियों का कब्रिस्तान भी माना गया है, जहां इन पत्थरों के नीचे बरछी, भाले, तीर जैसे हथियार भी मिले हैं