Election 2024: आखिर क्यों छुड़ाने से भी नहीं छूटती 'मतदान स्याही'? जानें
आज यानी 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के तहत वोट डाले जा रहे हैं.
आज 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग होगी. बता दें इस चरण में एक हजार 625 उम्मीदवार हैं.
ऐसे में जब भी हम सभी वोट डालने के लिए जाते हैं तो हमारे बाएं हाथ की तर्जनी उंगली पर नीली स्याही से एक निशान बनाया जाता है.
जो इस बात का सबूत है कि आपने किसी पार्टी की सरकार बनाने के लिए अपना वोट दे दिया है.
आपको बता दें इस नीले रंग की स्याही को भारतीय चुनाव में शामिल करने का क्रेडिट देश के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन को जाता है.
इस वोटिंग स्याही को लोग इलेक्शन इंक या इंडेलिबल इंक के नाम से जानते हैं.
बता दें ये स्याही पानी आधारित स्याही सिल्वर नाइट्रेट, कई तरह के डाई (रंगों) और कुछ सॉल्वैंट्स का एक कॉम्बिनेशन है.
अगर वोट डालने के बाद एक बार ये स्याही उंगली के नाखून और त्वचा पर लग गई तो कम से कम 1 महीने तक टिकी रहती है.
बताते चले कि, साल 1962 में देश में तीसरे आम चुनाव हुए थे. उसके बाद से सभी संसदीय चुनावों में वोट करने वाले वोटर्स को यही स्याही लगाई गई.