इंसान के दिमाग में इस हिस्से में होता है इलेक्ट्रिक करंट, क्या आपको मालूम है?

अगर आम बोलचाल की भाषा में कहा जाए तो इंसान का दिमाग एक तरह का सीपीयू है.

जी हां जैसे कंप्यूटर में सीपीयू के बिना सारे पार्ट्स कोई काम के नहीं होते. वैसे ही शरीर में दिमाग के बिना कोई पार्ट किसी का काम का नहीं है.

लेकिन क्या आपको मालूम है कि आपके दिमाग में बिजली की ऊर्जा है. जी हां आपको शायद ही पता हो कि हर इंसान के दिमाग में बिजली होती है. चलिए हम आपको बताते हैं.

जैसा कि हम सभी को पता है हमारे शरीर के सभी अंगों को काम करने का संदेश हमारा दिमाग ही देता है.

अगर किसी इंसान का दिमाग सही से काम नहीं करता है तो उस व्यक्ति का शरीर भी काम करना बंद कर देता है.

आपने कई बार ये लाइन तो जरूर सुनी होगी कि ‘दिमाग की बत्ती जली’. असल में सच में दिमाग में बत्ती जलाने के लिए बिजली होती है, जो बिल्कुल इलेक्ट्रिक करंट की तरह होती है.

आपको बता दें कि इंसानी दिमाग 10 से 23 वाट के बराबर ऊर्जा पैदा करता है. इतनी ऊर्जा से छोटा बल्ब जलाया जा सकता है. दिमाग में इतनी ऊर्जा खासकर तभी पैदा होती है, जब व्यक्ति जाग रहा होता है.

बता दें, इंसान के दिमाग में नकलची कोशिकाएं होती हैं. ये कोशिकाएं लोगों के साथ संवाद करने और रिश्ते बनाने में भूमिका निभाती हैं.

दिमाग में न्यूरॉन या तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं. ये विद्युत रूप से उत्तेजनीय कोशिकाएं (excitable cells) होती हैं.