आज भी भारत की इस जगह पर सारे भाइयों से होती है एक ही लड़की की शादी, जानें नाम

आपने पांचाल की राजकुमारी पांचाली और पांडवों के बारे में जरुर सुना होगा.

जब अर्जुन स्वयंवर में पांचाली को ब्याह कर घर लाए थे तो उनकी मां कुंती के मुख से गलती से ये निकल गया था कि जो भी लाए हो सारे भाई आपस में मिलकर बांट लो.

ऐसे में पांचाल की राजकुमारी को पांचो पांडवों से शादी करनी पड़ी थी. इसी प्रथा का नाम पांचाली प्रथा रख दिया गया. जहां एक महिला कई पुरुषों से शादी करती है.

वैसे तो ये प्रथा भारतीय महाद्वीप के कई आदिवासी समूहों में पाई जाती थी,

लेकिन फिलहाल भारत की एक जगह ऐसी ही जहां आज भी इसका पालन किया जाता है. जी हां, हम भारत के राज्य हिमाचल प्रदेश के किन्नौर की बात कर रहे हैं.

दरअसल, किन्नौर में पांचाली विवाह की शुरुआत मानी जाती है. इसके पीछे कई कहानियां बताई जाती हैं.

कुछ लोगों का मानना है कि प्राचीन समय में कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण इस प्रथा की शुरुआत हुई थी.

दरअसल खेतों में काम करने के लिए उस समय ज्यादा से ज्यादा पुरुषों की जरुरत हुआ करती थी तो वहीं महिलाओं को घर और बच्चों को संभालना होता था.

ये सभी काम आसान हो जाएं, ऐसे में माना जाता है कि महिला के कई पति होने से काम आसान हो जाता था. इसलिए इस प्रथा की शुरुआत हुई.

वहीं एक कहानी ये है कि द्रौपदी के पांच विवाह होने के बाद से ही वहां इस प्रथा का पालन किया जा रहा है.