इस गांव का हर इंसान बेचता है रसगुल्ला, 1 हफ्ते तक नहीं होते खराब
आपने आजतक कई गांव के नाम देखें और सुने होंगे. कुछ गांव तो अपनी खास चीजों की वजह से फेमस हो जाते हैं.
लेकिन क्या आपने कभी रसगुल्ले वाले गांव के बारे में सुना है यह गांव प्रयागराज में है.
ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कैसे इस गांव को रसगुल्ले वाला गांव कहा जाने लगा.
इस गांव का नाम इरादतगंज बिगहिया है. यह गांव काफी चर्चा में है. क्योंकि इस गांव के सभी लोग मात्र एक व्यवसाय करते हैं और वह रसगुल्ला का व्यवसाय है.
प्रयागराज जबलपुर मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित इस गांव का रसगुल्ला हाईवे के माध्यम से महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी अपने स्वाद बिखेर रहा है.
इस मीठे रसगुल्ले को लोग पैक करा कर जबलपुर, मुंबई एवं अन्य शहरों तक ले जाते हैं.
वहीं, प्रयागराज के आसपास के जिले एवं स्थानीय लोग भी बड़े पैमाने पर यहां रसगुल्ला खाने और पैक करने आते हैं.
रसगुल्ले की दुकान लगाने वाले रमेश सिंह ने बताया कि उनके पूरे गांव के लोग सुबह में रसगुल्ला तैयार करने में लग जाते हैं, जिसको तैयार करने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है.
वो बताते हैं कि सबसे पहली बार दूध का खोवा तैयार करते हैं. तैयार खोया को वह घी में छाने के बाद राब में डूबा के रखते हैं.
इस प्रकार शुद्ध देसी घी में खोवा का शानदार रसगुल्ला तैयार होता है, जो स्वाद में लाजवाब होता है.
उन्होंने बताया कि इस रसगुल्ला की कीमत ₹20 से लेकर 30 रुपए तक होती है. खास बात यह है कि हमारे यहां के तैयार रसगुल्ले एक सप्ताह तक खराब नहीं होते.
इसको पैक करने के लिए कुमार के यहां से स्पेशल बड़े साइज और कलर की हांडी बनवाई जाती है. जिसमें सिल्वर पेपर लगाकर ग्राहकों को दिया जाता है.