फ्रांस के पहले Gay पीएम गेब्रियल अटल के क्यों हो रहे इतने चर्चे?

34 वर्षीय गेब्रियल अटल फ्रांस के नए प्रधानमंत्री बनाए गए हैं. इमैनुएल मैक्रों ने इस साल होने वाले ससंदीय चुनाव से पहले ये बड़ा फेरबदल किया है. 

2022 में सबसे कम उम्र के मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले गेब्रियल अब तक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मंगलवार को उन्हें प्रधानमंत्री बनाने का फैसला लिया गया. 

दरअसल, इमिग्रेशन के मुद्दे पर राजनीतिक तनाव बढ़ने की वजह से एलिजाबेथ ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद इस पद की दौड़ में गेब्रियल के अलावा कई नाम शामिल थे. 

34 साल की उम्र में गेब्रियल अटल आधुनिक फ्रांस के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री हैं. यह रिकॉर्ड पहले वामपंथी लॉरेंट फैबियस के नाम था, जो 37 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे. 

अटल फ्रांस के पहले खुले तौर पर समलैंगिक प्रधानमंत्री हैं. उनके बारे में 2018 में एक पुराने स्कूल सहयोगी ने ये जानकारी उस समय सार्वजिनक कर दी थी. 

पिछले साल शिक्षा मंत्री के रूप में नियुक्ति के बाद अटल का पहला कदम राज्य के स्कूलों में मुस्लिम अबाया पोशाक पर बैन लगाना था.

जिससे वामपंथी होने के बावजूद कई रूढ़िवादी मतदाताओं के बीच उनकी लोकप्रियता में वृद्धि हुई. उनके इस फैसले ने काफी सुर्खियां बटौरी थीं.

अटल हाल ही में एक फेमस टीवी शो में शामिल हुए थे. यहां उन्होंने बताया था कि कैसे उन्हें मिडिल स्कूल के दौरान एक पूर्व सहपाठी द्वारा परेशान किया गया था. 

फ्रांसीसी मीडिया मुताबिक मैक्रों यूरोपीय संसद चुनावों से पहले अपने दूसरे जनादेश में नई जान फूंकना चाहते हैं. इसके चलते एलिजाबेथ को हटाकर नए प्रधानमंत्री चेहरे को मौका दिया गया है.

दरअसल, मैक्रों के एक बार फिर फ्रांस का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मई 2022 में एलिजाबेथ को देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था. वह लगभग दो साल तक इस पद पर थीं. 

इस पद पर पहुंचने वाली वह फ्रांस की दूसरी महिला प्रधानमंत्री थीं. लेकिन  इमिग्रेशन के मुद्दे पर उनके फैसलों के चलते राजनीतिक तनाव बढ़ने लगा और इसलिए उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.