भारत की आजादी के जंग में गदर आंदोलन की भी रही अहम भूमिका
अमेरिका (USA) में प्रवास के दौरान भारतीय प्रवासियों ने गदर आंदोलन की शुरुआत की
भारतीय राजनीतिक संगठन की नींव रखने में सोहन सिंह, करतार सिंह, अब्दुल मोहम्मद बरकतुल्लाह और रासबिहारी बोस की अहम भूमिका थी
पूर्व के क्रांतिकारियों ने वैंकुवर में ‘स्वदेश सेवक होम’ और सियाटल में ‘युनाइटेड इंडिया हाउस’ बनाए
गदर आंदोलन की विधिवत शुरुआत 15 जुलाई 1913 को अमेरिका में हुई लाला हर दयाल, संत बाबा वसाखा सिंह दादेहर, बाबा ज्वाला सिंह,ने अमेरिका में इस आंदोलन की नींव रखी
शुरुआत में इसका नाम पैसिफिक कोस्ट हिंदुस्तान ऑर्गेनाइजेशन रखा गया
जब साल 1913 में PCHO का नाम बदलकर विधिवत तौर पर गदर पार्टी का गठन हुआ तो सोहन सिंह भाकना इस संस्था के प्रेसिडेंट बने
इस आंदोलन का उद्देश्य सशस्त्र कार्रवाई के जरिए ब्रिटिश शासन को भारत से उखाड़ फेंकना था
इस पार्टी में सिख, हिंदू और मुस्लिम भी थे, लेकिन सिखों की संख्या सबसे ज्यादा थी
हालांकि, साल 1915 में पहले से तय गदर से पहले मद्रास और पूना क्षेत्र में भी कई क्रांतिकारी घटनाओं को अंजाम दिया गया