अब मात्र 100 रुपये में मिल सकेगी कैंसर मिटाने वाली गोली, TATA Memorial ने खोज लिया इलाज

टाटा इंस्टिट्यूट ने शरीर में दूसरी बार होने वाले कैंसर का इलाज खोज लिया है.

टाटा इंस्टिट्यूट के डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले चूहों पर यह शोध किया.

इसके लिए चूहों में मनुष्य के कैंसर सेल डाले गए. जिसके बाद उनमें ट्यूमर बनना शुरू हुआ.

उन्होंने बताया कि रेडिएशन थेरेपी, कीमो थेरेपी और सर्जरी के जरिए चूहों का इलाज किया गया.

इस इलाज में कैंसर सेल्स नष्ट हो गए और उनके छोटे-छोटे टुकड़े हो गए.

ये मरते हुए कैंसर सेल में से क्रोमेटिन कण (क्रोमोजोन के टुकड़े) खून के जरिए शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंच जाते हैं.

ये शरीर में मौजूद अच्छे सेल्स में मिल जाते हैं और उन्हें भी कैंसर सेल में तब्दील कर देते हैं.

इस रिसर्च से यह साफ हो गया है कि कैंसर सेल नष्ट होने बावजूद वापस आ जाते हैं.

समस्या का हल खोजने के लिए डॉक्टरों ने चूहों को रेसवेरेट्रॉल और कॉपर के कॉम्बिनेशन वाली टैबलेट दी.

यह टैबलेट क्रोमोजोम्स को बेअसर करने में कारगर साबित हुई. करीब एक दशक से टाटा के डॉक्टर्स इस पर रिसर्च कर रहे थे.

इस टैबलेट को फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) की मंजूरी का इंतजार है. अनुमति मिलते ही जून-जुलाई में यह दवा मार्केट में उपलब्ध होगी.