भारतीय छात्रों ने ब्रिटेन में क्यों शुरू किया फेयर वीज़ा, अब आ रहा इस काम
ब्रिटेन के प्रमुख भारतीय छात्र प्रतिनिधि संगठनों में से एक ने गुरुवार को
पोस्ट-स्टडी ग्रेजुएट रूट वीजा के पक्ष में एक नया "फेयर वीजा, फेयर चांस" अभियान शुरू किया है.
यह संगठन लगभग तीन वर्षों पहले लॉन्च होने के बाद से भारत के छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय साबित हुआ है.
नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुमनी यूनियन यूके, जिसने मूल रूप से उस वीज़ा के लिए अभियान चलाया था,
जो इंटरनेशनल ग्रेजुएट्स को उनकी डिग्री के बाद दो साल के लिए वर्क एक्सपीरियंस हासिल करने का मौका देता है.
इनको डर है कि नए नियमों को लेकर हो रहे विचार-विमर्श में इस वर्क एक्सपीरियंस वीजा को खत्म किया जा सकता है.
इंडिपेंडेंट माइग्रेशन कमिटी (MAC) को यूके के गृह सचिव जेम्स क्लेवरली द्वारा ग्रेजुएट रूट वीज़ा की समीक्षा करने के लिए नियुक्त किया गया है,
ताकि यह तय किया जा सके कि यह "उद्देश्य के लिए उपयुक्त" है और अगले महीने तक रिपोर्ट करने की उम्मीद है.