‘मैं जन्म से हिंदू हूं’ कहते हुए गौरव वल्लभ ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ

राजस्थान की उदयपुर विधानसभा सीट के पूर्व प्रत्याशी गौरव वल्लभ ने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर पार्टी छोड़ने का कारण भी बताया.

गौरव वल्लभ ने कहा कि ना तो वे सनातन का विरोध कर सकते हैं और ना ही सुबह-शाम वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकते हैं. ऐसे में वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ-साथ सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं.

गौरव वल्लभ ने कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा- 'भावुक हूं, मन व्यथित है. काफी कुछ कहना चाहता हूं लेकिन मेरे संस्कार मुझे ऐसा करने से रोक रहे हैं. 

जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे. मुझे लगता है कि सच को छिपाना अपराध है इसलिए में आज अपनी बातों को आपके समक्ष रख रहा हूं.

गौरव वल्लभ कहा क- "मैं वित्त का प्रोफेसर हूं. पार्टी में आने के बाद मुझे प्रवक्ता बनाया. कई मुद्दों पर पार्टी का पक्ष दमदार तरीके से देश की जनता के सामने रखा. 

पिछले कुछ दिनों से मैं पार्टी के स्टैंड से असहज महसूस कर रहा हूं. जब मैंने पार्टी जॉइन की तो लगा कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है इसलिए यहां युवा और बौद्धिक लोगों की कद्र होती है.

उन्होंने आगे कहा- "मैं पिछले कुछ समय से असहज महसूस कर रहा हूं. पार्टी नए आइडिया वाले युवाओं के साथ खुद को एडजस्ट नहीं कर पाती. 

गौरव वल्लभ ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस के स्टैंग से क्षुब्ध हू्ं. मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं. पार्टी के इस स्टैंड ने मुझे हमेशा असहज और परेशान किया.

गौरव वल्लभ ने इस्तीफा पत्र में यह भी लिखा कि पार्टी व गटबंधनन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं और पार्टी का उस पर चुप रहना उस पर मौन स्वीकृति देने जैसा है.