Guru Purnima 2025: इस साल कब है गुरु पूर्णिमा, पहले ही जान ले तारीख और शुभ मुहूर्त
गुरु पूर्णिमा सनातन धर्म की संस्कृति जिसमें आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं.
हिंदू धर्म में गुरु को बेहद महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है और ये पर्व सभी गुरुओं को समर्पित किया गया है तो आइए जानते हैं इसकी पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजाविधि.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार लगभग 3000 ई.पूर्व, आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को वेद व्यास जी का जन्म हुआ था इसलिए हर वर्ष इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं.
हिंदू ग्रंथों में गुरु में "गु" का अर्थ अन्धकार व अज्ञान और "रू" का अर्थ प्रकाश है मतलब जो अज्ञान को हटा कर प्रकाश (ज्ञान) की ओर ले जाए वो गुरु हैं.
यह पर्व गुरु व शिष्य के पवित्र रिश्ते का प्रतीक माना जाता है और इस दिन गुरुओं की पूजा करके उनका आशीर्वाद लिया जाता है.
इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की पूजा करने का एक विशेष महत्व है.
गुरु पूर्णिमा पर स्नान-दान का शुभ मुहूर्त 10 जुलाई को ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 04:10 से सुबह 04:50 तक रहेगा.
हिंदू पंचाग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि 10 जुलाई को रात 1 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगी जो 11 जुलाई को रात 2 बजकर 06 मिनट पर खत्म होगी.