युद्धविराम के बीच Hamas खुद को मजबूत बना रहा! बैकफुट पर क्यों Israel?

7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर आतंकी हमला करके न केवल बहुत लोगों को मारा, बल्कि 200 के करीब लोगों को बंधक भी बना लिया. 

इसके बाद से इजरायल लगातार हमलावर है. वो ये कहता रहा कि हमास को खत्म करके ही रुकेगा.  

इस बीच बंधकों की रिहाई के लिए दोनों के बीच अस्थाई शांति हुई. अब ये सीजफायर एक और दिन सरक चुका है. समझिए, क्या हैं इसके मायने.  

जंग शुरू होने के कुछ ही मिनटों पहले सीजफायर आगे बढ़ दिया गया. इस बीच हमास और इजरायल के बीच अदला-बदली जारी है. 

हमास, इजरायल के हर 30 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले 10 इजरायली बंधकों को रिहा कर रहा है. अब भी उसके पास काफी बंधक बाकी हैं. 

कतर की मध्यस्थता से दोनों ने अदला-बदली की डील पर हामी पर तो दी, लेकिन इजरायल इस युद्ध में ज्यादा अकेला दिख रहा है. 

वो चारों तरफ से इस्लामिक देशों से घिरा है, जो हमास पर हमले को गाजा पट्टी पर हमले की तरह देख रहे हैं. वे इजरायल को धमका भी रहे हैं. 

कुछ ऐसे भी देश हैं, जो चाहते हैं कि इजरायल हमास के जरिए चरमपंथियों को सबक सिखाए. 

यूरोप समेत कई जगहों पर ऐसे इमोशन्स एक्टिव हैं. इजरायल उन्हें रोल मॉडल दिख रहा है.  ऐसे में इजरायल पर खुद को बेहतर और मजबूत दिखाने की चुनौती भी है.