कभी सोचा है दिमाग में कैसे हो जाते हैं कीड़े, जानें ये कितना होता है खतरनाक

दिमाग में कीड़े होने का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, खासकर बच्चों में. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि फास्ट फूड का सेवन बढ़ने से बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखी जा रही है.

बच्चों में ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है, जिससे यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है.

कच्ची पत्तागोभी और सब्जियां खाने से यह कीड़े खून के जरिए दिमाग में पहुंच सकते हैं, जिससे न्यूरोसिस्टी सारकोसिस हो सकता है.

इस बीमारी का इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा हो सकता है. न्यूरोसिस्टी सारकोसिस के लक्षणों में सिर में तेज दर्द, मिर्गी जैसे दौरे और बेहोशी शामिल हैं.

अगर इसे समय पर इलाज नहीं मिलता, तो यह दिमाग में सूजन और मौत का कारण बन सकता है.

दवाओं से यह कीड़े मारे जा सकते हैं, लेकिन अगर उनके अंडों में कैल्शियम भर जाए तो उन्हें नष्ट करना मुश्किल हो जाता है.

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सब्जी के खेतों में शौच जाने से बचना चाहिए क्योंकि मल के कीड़े सब्जियों और फलों पर अंडे देते हैं.

यदि न्यूरोसिस्टी सारकोसिस के लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

बच्चों में इस तरह के लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, वरना यह जानलेवा साबित हो सकता है.