आपने कभी सोचा है ट्रेन में रात को फोन चार्ज करने से क्यों मना किया जाता है? यहां जानें
भारतीय रेलवे से हर दिन करोड़ों लोग ट्रेवल करने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में रेलवे भी अपने यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखती है.
आज के टाइम में यात्री भी अपने साथ मोबाइल के अलावा लैपटॉप भी लाने लगे हैं. ऐसे में ट्रेन ने पैसेंजर्स के लिए हर सीट पर चार्जिंग का इंतजाम किया हुआ है, लेकिन क्या आप जानते हैं ट्रेन में हर टाइम फोन चार्ज नहीं कर सकते?
भारतीय रेलवे के नियम के अनुसार आप कुछ समय के लिए चार्जिंग नहीं कर सकते. अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं, तो ध्यान रहे आपको घर से फोन और लैपटॉप चार्ज करके निकलना होगा.
भारतीय रेलवे यात्री को रात में 11 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक ट्रेन में स्मार्टफोन या लैपटॉप चार्ज करने से मना कर देते हैं.ऐसा रेलवे ट्रेन में किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने के लिए किया जाता है.
दरअसल, अक्सर लोग अपना फोन चार्जिंग पर लगाकर छोड़ जाते हैं या फिर भूल जाते हैं और रात में अगर कोई फोन लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाकर सो जाता है, तो इससे शॉर्ट सर्किट हो सकता है.
कई बार वोल्ट कम ज्यादा होने से ट्रेन में लैपटॉप भी चार्ज करने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि लैपटॉप कम वोल्ट की स्थिति में खराब हो सकता है.
वहीं अगर ज्यादा वॉल्टेज का इलेक्ट्रॉनिक सामान ट्रेन में चार्ज करते हैं, तो शॉर्ट सर्किट होने और आग लगने की संभावना ज्यादा हो जाती है. जिससे कई यात्रियों की जान को जोखिम पैदा हो सकता है.
बता दें, पिछले साल यानी 2023 में रेलवे में रात के टाइम पर ट्रेन में मोबाइल और लैपटॉप चार्ज पर प्रतिबंध लगा दिया है.
147 रेलवे एक्ट हैं, जिसमें प्रतिबंधित क्षेत्र में या अनाधिकृत तौर एंट्री करने के मामले जुर्म दर्ज होता है. इसी धारा के अनुसार अपराधी अगर ट्रेन में किसी भी चीज का इस्तेमाल करता है तो उसपर एक हजार रुपए का जुर्माना साथ ही 6 महीने की जेल या कैद या दोनों हो सकते हैं.