क्या आपने कभी सोचा है आखिर लाल रंग का क्यों नजर आता है मंगल ग्रह? जानें

मंगल की सतह का लाल रंग मुख्य रूप से उसके मिट्टी में मौजूद आयरन ऑक्साइड के कारण होता है.

आयरन ऑक्साइड को हम जंग के रूप में भी जानते हैं. जब लोहा ऑक्सीजन के संपर्क में आता है तो जंग लग जाता है, जिससे सतह का रंग लाल हो जाता है.

मंगल की सतह पर व्यापक रूप से फैले हुए आयरन ऑक्साइड ने पूरे ग्रह को एक लाल रंग का रूप दे दिया है.

अब सवाल ये उठता है कि आखिर मगंल ग्रह पर आयरन ऑक्साइड की उपस्थिति क्यों है.

तो बता दें मंगल का वातावरण पृथ्वी के वातावरण से बहुत पतला है और इसमें मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड गैस है. इस वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत कम होती है.

इसके अलावा पिछले कुछ समय में मंगल पर बड़े पैमाने पर ज्वालामुखी गतिविधि हुई थी. इन ज्वालामुखियों से निकले लावा में लोहा मौजूद था.

जब यह लावा हवा के संपर्क में आया तो उसमें मौजूद लोहा ऑक्सीकृत होकर आयरन ऑक्साइड में बदल गया.

साथ ही मंगल पर अक्सर बड़े धूल के तूफान आते रहते हैं. ये तूफान मंगल की सतह पर मौजूद मिट्टी को उड़ाकर पूरे ग्रह में फैला देते हैं.

इस तरह मंगल की सतह पर आयरन ऑक्साइड का बिखराव हो जाता है.