कभी सोचा है हमेशा घड़ी दाएं से बाएं ही क्यों घूमती है? यहां पर जान लीजिए
आखिर घड़ियां क्लॉकवाइज दिशा में ही क्यों घूमती हैं? यानी ऊपर से शुरू होती हैं, फिर दाएं घूमती हैं और बाएं जाती हैं. आइए जानते हैं
रिपोर्ट्स की मानें तो नॉर्दर्न हेमेस्फियर में रहने वाली इन सभ्यताओं ने जब एक डंडा (Sundial) जमीन पर गाड़ा और उसकी परछाई को फॉलो किया तो उन्होंने पाया कि वो क्लॉकवाइज दिशा में आगे बढ़ रही है.
लंबे वक्त तक यही नियम चलता रहा और समय की चाल को क्लॉकवाइज ही माना गया मगर जब दक्षिण गोलार्द्ध में डंडा गाड़ा गया तो धूप की परछाई एंटी क्लॉकवाइज चलने लगी.
इन दोनों जगहों पर समय की चाल में फेर बदल ना हो इसलिए पहले से शुरू हो चुकी क्लॉकवाइज चाल को ही घड़ी की सुई के चाल पर तय कर दिया गया.
समय में ऐसा बदलाव नॉर्थ पोल और साउथ पोल की वजह से आता है. अगर कोई उत्तरी गोलार्द्ध के किसी देश जैसे मिस्र में सनडायल का इस्तेमाल करे तो उसकी परछाई क्लॉकवाइज ही घूमेगी
लेकिन अगर आप ऐसा ही सनडायल साउथ अफ्रीका यानी दक्षिण गोलार्द्ध के किसी देश में लगाएं तो उसकी परछाई एंटीक्लॉकवाइज बनेगी.
ये पूरा खेल धरती के रोटेशन के कारण होता है. दोनों पोल्स पर ये चाल अलग-अलग दिशा में घूमती नजर आती है. इस वजह से घड़ी का मूवमेंट भी ऐसा ही बनाया गया है.