क्या आपने कभी सोचा है फोन उठाते ही सबसे पहले क्यों बोलते हैं हेलो? जानें
कई लोगों का मानना है कि फोन उठाने के बाद सबसे पहले हैलो शब्द बोलने का चलन टेलीफोन का अविष्कार करने वाले अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की देन है. मगर यह बिलकुल गलत है.
दरअसल कहा जाता है कि टेलीफोन का अविष्कार करने के बाद ग्राहम बेल ने सबसे पहले अपनी गर्ल फ्रेंड 'मारग्रेट हैलो' को फोन लगाया था.
उन्होंने उनका नाम हैलो लिया और वहीं से फोन पर सबसे पहले हैलो कहने का चलन शुरू हो गया.
बता दें कि ग्राहम बेल की गर्ल फ्रेंड का नाम 'मारग्रेट हैलो' नहीं था. ऐसा कोई आधिकारिक तथ्य नहीं मिलता. बल्कि उनकी गर्लफ्रेंड का नाम मेबेल हवार्ड था, जिससे उनकी शादी हुई थी.
साथ ही इतिहास में इस बात का भी उल्लेख है कि टेलीफोन बनाने के बाद ग्राहम बेल ने सबसे पहले असिस्टेंट को फोन किया था और उन्होंने हैलो नहीं बल्कि "Ahoy" शब्द बोला था.
और इसी शब्द का इस्तेमाल फ़ोन पर बात शुरू करने से पहले किया जाने लगा. टेलीफोन का आविष्कार होने के बाद लोगों ने "Ahoy" का इस्तेमाल करना शुरू किया.
हैलो शब्द सबसे पहले लिखित रूप में 1833 में इस्तेमाल हुआ. फोन पर इस शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले 1887 में थॉमस अल्वा एडिसन ने किया था और जो अब तक चला आ रहा है.
थॉमस एडिसन ने 1877 में 'हैलो' बोलने का प्रस्ताव रखा. इसके लिए उन्होंने पिट्सबर्ग की 'सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट एंड प्रिंटिंग टेलीग्राफ कम्पनी' के
अध्यक्ष टीबीए स्मिथ को पत्र लिखा और कहा कि टेलीफ़ोन पर पहले शब्द के रूप में 'Hello' बोला जाना चाहिए.
जब उन्होंने पहली बार फोन किया तो सबसे पहले कहा 'हैलो'. ये उन्ही की देन है कि आज हम फ़ोन उठाते ही 'Hello' बोलते हैं.