क्या आपने देखी है उड़ने वाली मछली? चलिए आज हम आपको बताते हैं इसका नाम

फ्लाइंग फिश, जिसे उड़ने वाली मछली कहा जाता है वास्तव में हवा में उड़ती नहीं है, बल्कि पानी से बाहर कूदकर हवा में ग्लाइड करती हैं.

ये लंबे और मजबूत पंखों का उपयोग करके पानी की सतह से छलांग लगाती हैं और कुछ समय के लिए हवा में रहती हैं.

ये आमतौर पर 17 से 30 सेमी लंबी होती हैं, लेकिन 46 सेमी तक भी हो सकती हैं. ये मछलियां 4-6 सेकंड तक हवा में रहती हैं और 200 मीटर तक की दूरी तय कर सकती हैं.

इनकी असली उड़ान के समय फैले हुए मीनपंख होते हैं, जिनसे ये हवा में ग्लाइड करती हैं.

फ्लाइंग फिश की ये छलांग शिकारियों से बचने का एक तरीका है, क्योंकि वे तेजी से तैरने और छलांग लगाने में माहिर होती हैं. उनकी तैरने की गति 53 किमी/घंटा तक हो सकती है.

इनका शरीर चांदी और हलका नीला रंग का होता है, जो उन्हें समुद्र में शिकारियों से छिपने में मदद करता है, लेकिन शिकारी पक्षियों से बचना इनके लिए मुश्किल होता है.

यह ग्लाइडिंग तकनीक शिकार से बचने का एक महत्वपूर्ण तरीका होती है. हालांकि, इंसान इन मछलियों का शिकार कर उन्हें खाने के लिए पकड़ लेते हैं, क्योंकि ये बहुत स्वादिष्ट मानी जाती हैं.

फ्लाइंग फिश के मीनपंख आमतौर पर दो होते हैं, लेकिन कुछ किस्मों में चार जैसे दिखते हैं, हालांकि ये असल में दो ही होते हैं.