भारत में दूध वाली चाय का सेवन बहुत सामान्य है. चाय के बिना यहां लोगों की सुबह अधूरी सी लगती है.
AARIKA SINGH
लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब आप कैल्शियम से भरपूर दूध को चाय में मिलाते हैं, तो यह एसिडिक बन जाता है?
इसके कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. आइए, जानते हैं उन समस्याओं के बारे में.
चाय में कैफीन मौजूद होता है, और ज्यादा कैफीन का सेवन ब्लोटिंग की समस्या का कारण बन सकता है.
ब्लोटिंग:
कैफीन के अलावा, चाय में थियोफाईलाइन भी होता है, जो शरीर को डिहाइड्रेट करता है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है.
कब्ज:
विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक कैफीन का सेवन करने से एंग्जाइटी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
एंग्जाइटी:
बहुत अधिक कैफीन का सेवन नींद के चक्र को प्रभावित करता है, जिससे अनिद्रा की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
अनिद्रा:
विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा चाय पीने से ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.
ब्लड प्रेशर का असंतुलन:
बहुत अधिक चाय पीने से शरीर में रासायनिक असंतुलन हो सकता है, जिससे शरीर का तापमान बढ़ता है और एक्ने तथा पिंपल्स होने लगते हैं.
एक्ने:
कभी-कभी अत्यधिक चाय पीने से सिरदर्द भी हो सकता है. चाय के अधिक सेवन से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है, जिससे सिर में दर्द हो सकता है.
सिरदर्द:
यह सामान्य जानकारी है, लेकिन अगर आपको कोई समस्या महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.