'वैद्यराज' हेमचंद मांझी लौटाएंगे पद्मश्री अवार्ड, जानें क्यों लिया ये फैसला?
छत्तीसगढ़ के 'वैद्यराज' हेमचंद मांझी ने अपना पद्मश्री सम्मान लौटाने का ऐलान किया है.
उनका कहना है कि नक्सलियों की लगातार मिल रही धमकियों की वजह से वह इस पुरस्कार लौटाएंगे.
पुलिस का कहना है कि नक्सलियों ने रविवार रात नारायणपुर जिले के चमेली और गौरदंड गांवों में दो निर्माणाधीन मोबाइल टावरों में आग लगा दी.
इसके साथ ही नक्सलियों ने वहां मांझी को धमकी देने वाले बैनर लगाए.
इसके अलावा वहां कुछ पर्चे भी फेंके गए, जिसमें हेमचंद मांझी की पद्म श्री सम्मान लेते हुए तस्वीर छपी थी.
नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि मांझी ने नारायणपुर के छोटेडोंगर इलाके में आमदई घाटी लौह अयस्क परियोजना को शुरू करने में मदद की और इसके लिए रिश्वत भी ली.
नक्सलियों द्वारा इससे पहले भी माझी पर इस तरह के आरोप लगाकर धमकी दी गई थी.
हेमचंद मांझी का कहना है कि उन्होंने अपने परिवार से बात की है और उसके बाद तय किया कि वह अब अपनी प्रैक्टिस बंद कर देंगे और पद्मश्री भी लौटा देंगे.
मांझी ने कहा ‘मैं पद्म श्री पुरस्कार लौटा दूंगा. इससे पहले नक्सलियों ने मेरी भतीजी कोमल मांझी पर झूठे आरोप लगाकर उसकी हत्या कर दी थी.
उन्होंने आगे कहा कि मैं और मेरा परिवार डर के साये में जी रहे हैं.’ 9 दिसंबर 2023 को छत्तीसगढ़ के छोटेडोंगर में कोमल मांझी की हत्या की गई थी.