यहां शादी में दूल्हे को उल्टा लटकाकर जूते-चप्पल से होती है पिटाई, जानें क्या है ये पंरपरा
भारत के ज्यादातर हिस्सों में शादी के दौरान दूल्हे के जूते चुराने की रस्म निभाई जाती है.
कहीं, दूल्हा और दुल्हन को एक साल तक गुप्त जगह पर एकसाथ रहना होता है. इसके बाद बुजुर्ग शादी को वैध करार देते हैं. फिर शादी का जश्न मनाया जाता है.
आज हम आपको शादी में होने वाली ऐसी रस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको सुनकर ही आपके मुंह से उफ्फ निकल जाएगा.
दक्षिण कोरिया में शादी के दौरान दूल्हे को उल्टा लटकाकर जमकर पिटाई की जाती है. सबसे पहले दूल्हे के दोस्त ही उसके पैरों में एक लकड़ी बांधकर उसे उल्टा लटकार देते हैं.
इसके बाद उसकी डंडे से पिटाई की जाती है. कुछ लोग जूते-चप्पलों से भी दूल्हे की पिटाई करते हैं. यही नहीं, कुछ लोग तो दूल्हे को येलो कॉर्विना मछली से भी जमकर पीटते हैं.
इस पिटाई में खास बात ये होती है कि डंडे, जूते, चप्पल या मछली से सिर्फ दूल्हे के तलवों को ही पीटा जाता है. इस दौरान दूल्हे के पैरों से जूते निकाल दिए जाते हैं. कुल मिलाकर शादी करने के बाद सबसे पहले दूल्हे की खूब पिटाई की जाती है.
दूल्हे की पिटाई में लड़की पक्ष का कोई सदस्य शामिल नहीं होता है. ये पिटाई सिर्फ दूल्हे के दोस्त और रिश्तेदार ही करते हैं.
साउथ कोरिया में इस विचित्र परंपरा को बिना किसी झिझक या रोकटोक के आज भी निभाया जाता है. दक्षिण कोरियाई लोग शादी में इस रस्म को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाते हैं.
साउथ कोरिया के लोगों का मानना है कि अगर दूल्हा इस रस्म में पास हो जाता है तो उसके वैवाहिक जीवन में दिक्कतें बहुत कम आती हैं. इस दौरान उससे लगातार सवाल भी पूछे जाते हैं.
शादी में इस रस्म को निभाने की बड़ी वजह बताई जाती है. साउथ कोरिया के लोगों का मानना है कि इस तरह से बिना उफ्फ किए मार खाकर दूल्हा दुल्हन के सामने अपनी मर्दानगी साबित कर देता है.
वहीं, इससे उनके आगे जीवन में परेशानियां नहीं आती हैं, क्योंकि दूल्हा पहले ही मार खाकर जिंदगी भर के लिए मजबूत हो जाता है.