यहां है दुनिया का सबसे पुराना बरगद का पेड़, 5 एकड़ जमीन पर फैली इसकी फैमली
हावड़ा के शिबपुर में स्थित एक विशालकाय बरगद का पेड़ है जो विशाल वट वृक्ष 255 साल पुराना है.
साथ ही यह पेड़ 5 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है. बरगद के पेड़ को कोलकाता का सबसे पुराना और बुजुर्ग नागरिक भी कहा जाता है.
255 साल पुराना विशाल बरगद का पेड़ हावाड़ा के शिबपुर के आचार्य जगदीश चंद्र बोस इंडियन बोटेनिक गार्डन में है.
पिछले 30 वर्षों में इस पेड़ का फैलाव दो एकड़ से भी ज्यादा जमीन पर हुआ है.
बोटेनिकल गार्डन में इस पेड़ को देखने के लिए देश के साथ ही विदेशों से भी लोग आते हैं.
विशाल बरगद के पेड़ में लगातार फैलाव के चलते बोटेनिकल गार्डन के अधिकारियों को इसकी बाउंड्री में वृद्धि करनी पड़ी है, ताकि इस ऐतिहासिक पेड़ को सुरक्षित रखा जा सके.
बरगद के पेड़ की मुख्य जड़ बहुत पहले खत्म हो चुकी है, लेकिन इसकी शिराएं लगातार फैल रही हैं.
पेड़ की शिराएं फैलते-फैलते 5 एकड़ तक पहुंच चुकी हैं. एक ही पेड़ को देखने पर लगता है मानो किसी जंगल में आ गए हों.
साल 1985 में जब पेड़ के चारों ओर एक बाड़ लगाई गई थी, तो इसने तीन एकड़ क्षेत्र को कवर किया था.
आज चारों ओर पेड़ की शिराओं से इतनी सारी जड़ें उग आई हैं कि कुल कवर क्षेत्र 5 एकड़ से भी ज्यादा हो गया है.
बोटेनिक सर्वे ऑफ इंडिया ने विशालकाय पेड़ को ‘द वॉकिंग ट्री’ का नाम दिया है.