यहां मुस्लिम महिलाओं ने दिवाली के अवसर पर पेश की एकता की मिसाल, जानें क्या है खास

भारत में दीपावली का पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है; यह एक ऐसा अवसर है जो एकता, प्रेम और मानवता का प्रतीक है.

हाल ही में वाराणसी में एक खास कार्यक्रम हुआ, जिसने इस विचार को और मजबूत किया.

यहां मुस्लिम महिलाओं ने भगवान श्रीराम की आरती उतारी और उनके नाम पर दीप जलाए, जिससे यह संदेश दिया गया कि आस्था और प्रेम धर्मों से परे हैं.

यह कार्यक्रम वाराणसी के लमही में मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने आयोजित किया. महिलाओं ने रंगोली बनाई और भगवान श्रीराम की मूर्ति को फूलों से सजाया. उन्होंने उर्दू में राम आरती भी गाई.

ये महिलाएं 2006 से भगवान श्रीराम की आरती उतार कर सांप्रदायिक एकता का संदेश देती आ रही हैं.

मुस्लिम महिला फाउंडेशन की अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने इस अवसर पर फिलिस्तीन, इजराइल, लेबनान, सीरिया, यूक्रेन और रूस के राष्ट्राध्यक्षों को एक पत्र लिखा.

उन्होंने पत्र में भगवान श्रीराम की भक्ति को फैलाने की सलाह दी. उनका कहना था कि इससे युद्ध समाप्त होंगे, शांति आएगी, और लोग मानवता के महत्व को समझेंगे.

मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि शांति के लिए भगवान श्रीराम का आदर्श जरूरी है. उनका मानना है कि रामराज्य की परिकल्पना सभी को भेदभाव से मुक्त करती है.

यह सभी को एक साथ लाने का संदेश देती है. इसलिए, इजराइल और फिलिस्तीन जैसे देशों को भी इसी रास्ते पर चलना चाहिए.