यहां नदी में नहाते वक्त हाथ में आ जाता है सोना, मगर नहीं ले जा सकते घर
वैसे तो भारत नदियों का देश भी है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी अनोखी नदी के बारे में बताने वाले हैं, जिसमें से सोना मिलता है.
यह भारत की इकलौता नदी है, जिसको लेकर मान्यता है कि इसमें आज भी सोने के कण बहते हैं. इसे देखना है तो आपको झारखंड की राजधानी रांची में आना होगा.
रांची के नगरी प्रखंड में आपको एक छोटा सा कुआं देखने को मिलेगा, जिसे रानी छुआ कुआं भी कहते हैं.
इसी छोटे से कुएं से 474 किलोमीटर लंबी स्वर्णरेखा नदी निकलती है, जो सीधे बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है.
कहा जाता है कि इस कुएं में साक्षात माता लक्ष्मी रहती हैं. यह कुआं काफी पवित्र है और लोग इसकी पूजा भी करते हैं.
यहां के पुजारी देवेंद्र पंडित बताते हैं कि यहीं से स्वर्ण रेखा नदी निकली है. यहां एक छोटी-पतली धार निकलती है, जो आगे चलकर एक विशाल रूप ले लेती है.
आगे बताया कि कई बार लोगों ने इस नदी में सोने के कण देखे हैं.
कहा जाता है कि जो भी सोने के कण को लेने की कोशिश करता है, उसकी मौत हो जाती है या फिर उसके साथ दुर्घटना हो जाती है. इसलिए कोई यहां से सोना लेने के बारे में सोचता भी नहीं है.
हमारे पूर्वज बताते हैं कि आज से करीब 70- 80 साल पहले तो इस नदी में और भी सोने के कण निकलते थे. इसलिए इस नदी का नाम स्वर्णरेखा पड़ा.
लेकिन, अब यहां से सोने के कण मिलने की संख्या काफी कम हो गई है. अब तो महीनों में एक-दो कण सोना दिखता है.
यह नदी झारखंड की सबसे लंबी नदी है. इसे एक काफी पवित्र नदी भी माना जाता है.
लोग पूजा पाठ में इस नदी के पानी का इस्तेमाल करते हैं. कुएं से भी पानी निकालकर अपने घर में पूजा पाठ के लिए ले जाते हैं.