यह सर्कुलर जारी होते ही इस्लामिक विचारधारा वाले लोग खफा हो गए.
मुस्लिम छात्र-छात्राओं एवं मौलवियों का समूह विरोध में उतर आया, उनका कहना है कि हम ये कतईं बर्दाश्त नहीं करेंगे
छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के प्रबंधन के खिलाफ लामबंद होते हुए संशोधित नियमों (ड्रेस कोड) को रद्द करने की मांग की
दिशा-निर्देशों में आखिर क्या है कॉलेज के संशोधित दिशा-निर्देशों (ड्रेस कोड के नियमों) में कहा गया है कि बुर्का, नकाब, हिजाब या ऐसी पोशाक जो मजहबी छाप छोड़ती है...उसे परिसर के अंदर नहीं पहनना है.