आजकल ज्यादातर लोग अलार्म लगाकर सोते हैं, ताकि सुबह जल्दी उठ सकें और ऑफिस टाइम पर जा सकें. 

लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी ये आदत आपके लिए कितनी खतरनाक हो सकती है? एक्सपर्ट से जानें कैसे?

एक्सपर्ट्स के अनुसार नींद के दौरान शरीर में कई तरह की परेशानियां होती हैं. इस हबीच बजने वाले तेज अलार्म का असर सबसे ज्यादा होता है.

दरअसल सोते समय खून थोड़ा गाढ़ा हो जाता है. जब अचानक अलार्म बजता है तो ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. इसके साथ ही दिल की धड़कने भी बढ़ जाती हैं.

अधिकतर लोग नींद के आखिरी घंटों में स्लीप साइकल के आखिरी स्टेज में होते हैं, जिसे रैपिड आई मूवमेंट (REM) स्लीप भी कहते हैं.

नींद में REM याददाश्त और क्रिएटिविटी के लिए बेहद जरूरी होता है. लेकिन जब बार-बार अलार्म बजता है तो नींद में खलल पड़ती है और दिमाग की एक्टिविटी प्रभावित हो सकती है. 

कई लोग समय पर जागने के लिए कई-कई अलार्म सेट कर देते हैं. ऐसे में जब ये लगातार बजता है तो सुबह-सुबह व्यक्ति का मूड खराब हो जाता है और पूरा दिन तनाव में बितता है.

गहरी नींद से अचानक जागने पर याददाश्त और सोचने की क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है. वहीं ऐसा रोज करने पर स्ट्रेस बढ़ता है.

इसके अलावा लंबे समय तक अलार्म पर निर्भर रहने से स्लीप साइकिल भी बिगड़ जाता है और कई तरह की परेशानियां जन्म ले लेती हैं.