जन्म और मृत्यु हमेशा से रहस्य रहे हैं. कई वैज्ञानिकों ने इन रहस्यों को सुलझाने की कोशिश की है. लेकिन आज तक कोई ऐसा जवाब नहीं मिला है, जिससे मनुष्य संतुष्ट हो सके. 

मसलन— इंसान अपनी मृत्यु के समय क्या सोचता और देखता होगा? 

अमेरिका के लॉस एंजिल्स की रहने वाली एक नर्स जूली मैकफ़ेडन ने मौत के वक्त इंसान के दिमाग में उठते विचारों पर रिसर्च की है

अमेरिकन नर्स का कहना है कि मरने की प्रक्रिया आमतौर पर दिल की धड़कन बंद होने से लगभग 2 सप्ताह पहले शुरू हो जाती है 

नर्स जूली मैकफ़ेडन ने इसको बताने का दावा किया है. उन्‍होंने बताया क‍ि मरते वक्‍त ज्‍यादातर लोग कौन से शब्‍द बोलते हैं.

जूली ऐसे तमाम मरीजों के साथ रही हैं, ज‍िनकी कुछ ही पलों में मौत हो गई है. उन्‍होंने लोगों को मरते हुए देखा है. 

जूली कहती हैं कि‍ वे मौत से नहीं डरती हैं, लेकिन बहुत सारी चीजें इंसानों को पता होनी चाहिए. जिससे उन्‍हें बेहतर जीवन जीने में मदद मिले.

उन्होंने कहा— मृत्‍यु से पहले हर शख्‍स के साथ एक चीज होती है. मृत्‍यु से एक महीने पहले से वे ऐसे लोगों को देखना शुरू करते हैं, जो पहले ही मर चुके हैं. उन लोगों के बारे में बातें करते हैं. 

जूली ने कहा— इसे विजन‍िंग कहा जाता है. हमेशा उनके पूर्वज ही उन्‍हें सांत्‍वना देने के ल‍िए आते हैं. ये सिर्फ उनके पर‍िवार के लोग होते हैं.

वे उनके पास जाने के लिए तैयार होते हैं और 3 शब्द बोलते हैं. अंतिम समय में वे अपने प्रियजनों को कहते हैं- ‘मुझे आपसे प्यार है’.