2018 में लोकसभा में सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में सवाल किया था कि सरकार बताए कि BSF, ITBP और CRPF में कितने मुसलमान हैं?
लोकसभा में जब BSF, ITBP और CRPF में अल्पसंख्यकों के बारे में सवाल किया तो गृह मंत्रालय द्वारा दिए गए जवाब में कहा गया कि योग्यता आधारित चयन में धर्म कोई मापदंड नहीं होता.
गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) में होने वाली भर्ती के बारे में जानकारी दी है.
गृह मंत्रालय ने कहा था कि बी से लेकर डी तक, सशस्त्र बलों में भर्ती योग्यता पर आधारित होती है और समान रूप से सभी के लिए खुली है.
जवाब में आगे कहा गया कि देश के प्रत्येक नागरिक को जाति, पंथ, जनजाति या किसी भी आधार पर भेदभाव किए बिना सेना में भर्ती होने का अधिकार है.
इसमें शर्त सिर्फ ये होती है कि उम्मीदवार निर्धारित आयु, शारीरिक, चिकित्सा और शैक्षिक मापदंड को पूरा करता है.
इसके अलावा इस जवाब में "अग्निपथ योजना" के तहत भी उम्मीदवारों का चयन करने की बात कही गई थी.
2018 में सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि मीडिया में आई एक खबर में दावा किया गया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (एनएसजी) में एक भी मुसलमान नहीं है.
उन्होंने ये सवाल भी किया था कि राजग सरकार ने केंद्र सरकार के उपक्रमों में मुसलमानों को रोजगार मुहैया कराने के लिए कुछ ठोस नहीं किया है