पिछले साल इजरायल और हमास के बीच शुरू हुआ युद्ध अब रौद्र रूप धारण कर चुका है. इस युद्ध में कई देश शामिल हो चुके हैं. इजरायल के खिलाफ युद्ध में लेबनान और ईरान भी कूद पड़े हैं.
जहां अमेरिका जैसे कुछ देश इजरायल के समर्थन में हैं, वहीं लेबनान और ईरान इस युद्ध में एकजुट होते नजर आ रहे हैं.
इन बदलती भू राजनीतिक परिस्थितियों का असर रोजमर्रा के इस्तेमाल होने वाले सामनों पर पड़ने के खबरें सामने आ रही हैं. तमाम सामानों के दामों पर इस युद्ध का असर पड़ना शुरू हो गया है. हम आपको भारत पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी दे रहे हैं.
Iran क्रूड ऑयल सप्लाई करने वाला अहम देश है, इसलिए इस युद्ध का असर सीधा India पर पड़ेगा और पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ जाएंगे
नेचुरल गैस का ईरान प्रमुख उत्पादक है, इसलिए युद्ध की स्थिति में भारत और पूरे एशिया में बिजली का भारी संकट उत्पन्न हो सकता है
Iran और Israel के युद्ध का असर वैश्विक शिपिंग के रास्तों पर भी पड़ सकता है, जिससे कृषि उत्पादों की शिपिंग बाधित होगी और खाद्य वस्तुओं पर महंगाई सीधा प्रभाव डालेगी.
Urea के साथ Fertilizers का भी निर्यातक देश है Iran, युद्ध के कारण वैश्विक उर्वरक बाजार के प्रभावित होने की संभावना है जिसके कारण खाद्य पदार्थों में तेजी देखने को मिल सकती है
India हेल्थकेयर उत्पादों के लिए Israel पर निर्भर रहता है, अगर ये देश युद्ध में फंसता है तो हमारे देश की मेडिकल सेवाएं परोक्ष रूप से प्रभावित होंगी.
Israel इलेक्ट्रॉनिक्स का भी प्रमुख निर्यातक है, युद्ध की स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक बाजार में भी गर्मी देखी जा सकेगी.
Iran और Israel का युद्ध सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि पश्चिम एशिया के लिए भी नुकसानदेह होगा, इसके फलस्वरूप तेल, सोना, गैस, खाद्य वस्तुओं के साथ अन्य उद्योग भी प्रभावित होंगे.